80+ New Dhoka Shayari (विश्वास पर धोखा शायरी) 2023
Dhoka Shayari:आज के इस घोर कलयुग में किसी पर भी विश्वास नहीं किया जा सकता, क्योंकि हमें कभी सपने में भी ये नहीं सोच सकते की जिसे हम अपना समज रहें होते है वो ही असल में धोखेबाज होता हैं।
अगर एकबार हमारा विश्वास किसी पर से उठ जाता हैं तो फिर वो रिश्ता धोखेबाजी की वजह से अपने सबंधों को टूटने की और ले कर जाता हैं। आज हम आपके लिए इसी विषय पर शायरी ले कर आए हैं। अगर आप अपनी फीलिंगस को बिना कहे कहेना चाहते है तो इसे आप शेयर जरुर करें।
Dhoka Shayari
अब मुझे किसी की
चाहत की जरुरत नहीं है
जिसे मैं चाहता हूं
वो किसी और को चाहती है
रिश्तो में विश्वास
एक कच्चे धागे की तरह होता है
जो एक बार टूट जाए
फिर चाहे जितनी गाठे लगा लो
वो पहले जितना सीधा
हो ही नहीं सकता।
हम तो अकेले ही अच्छे थे
कुछ लोगों पर भरोसा करके
हमने जिंदगी बर्बाद कर ली।
वो लोग तुम्हारे कभी नहीं हो सकते
जो सिर्फ मतलब के लिए
तुम्हारे साथ रिश्ते रखते हैं
उनका समय तो सब में बटेगा
मेरे हिस्से आया तो सिर्फ
उनके बहाने
Call नहीं कर पाऊंगी
Message नहीं कर पाऊंगी
ये लाइन इतनी दुखी नहीं करती
लेकिन जब ये कहा जाए कि
मेरे पास तुम्हारे लिए
टाइम नहीं है ये बात दिल को
बहोत दुखाती है।
मेरे और उसके बीच
बस अब एक यही रिश्ता रहे गया है
ना प्यार होता है और ना नफरत होती है
भूल गए हैं वो लोग हमें
जो कभी रोते रोते कहेते थे कि
तुम हमें भूल तो नहीं जाओगे
मैंने हमेशा तुम्हें सच्चा प्यार किया
लेकिन तुमने मुझे छोड़ते वक्त
एक बार भी ये नही सोचा
कि मेरा क्या होगा।
Shayari on Dhoka in Hindi
कोई जरूरत नहीं है Force करने की
अपनी Value कम है इसलिए तो
वो अपन को कम Time दे रही है
स्मशान से तो ये दुनिया
ज्यादा बूरी है,
क्योंकि स्मशान में तो
मरे हुए को जलाते हैं लेकिन
दुनिया जीते जी जला देती है।
सच ही है यार
यहां तुम किसी को कितना भी
सच्चा प्रेम कर लो लेकिन लोग
अच्छे दिल को नहीं
अच्छे पैसे वालों को ही
पसंद करेंते है।
हमारी क्या सुनाएं साहब
हम तो इतना बेहद प्यार कर बैठे हैं की
अब तो उन्हें भूलने के लिए
हमें कायदे से मरना ही पड़ेगा।
जिन लोगो के पास
चॉइस ज्यादा रहेती है
वो लोग किसी एक इंसान की
फीलिंग कभी समझ ही नहीं सकते।
हम तो तुम्हें देखकर
वक्त को भूल गए लेकिन
तुम वक्त को देखकर
हमें भूल गए।
प्यार में धोखा खाकर
जाने कितनी बार मेरा विश्वास टूटा है
लेकिन क्या करूं विश्वास करने की
आदत कमबख्त छुट्टी ही नहीं।
मुझे धोखा देने वाले
बाबू शोना अब वापस लौट के
मत आना, मैंने अब अकेले ही
जीना सीख लिया है।
अब तो डर लगता है
किसी से प्यार करने से
थोड़ी बातें और थोड़ा प्यार दिखा कर
लोग जिंदगी भर की तड़प दे जाते हैं।
Dhoka Shayari Hindi
तेरे बिना ये जिंदगी
सुनी सी लगती है,
तेरी जुदाई से तो
मौत अच्छी लगती है।
अकलमंद तो हम भी थे जनाब
बस सिर्फ प्यार और विश्वास
के खेल में हार गए।
बात ये नहीं कि
तूने मुझे छोड़ दिया
दुख इस बात का है कि
मैं तुम्हें भुला नहीं पा रहा।
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किसी ने सच ही कहा है
रुलाता प्यार नहीं है बल्कि
यादें रुलाती है।
मैं उसके लिए सिर्फ
एक इंसान हूं लेकिन
वो मेरे लिए मेरी जिंदगी है।
बात सिर्फ इतनी है कि
मुझे तुम्हारी आदत सी हो गई है
जानता तो मैं भी हूं कि
तुम मेरी किस्मत में नहीं हो।
विदाई हमेशा दुख देती है
वो फिर घर के दरवाजे से हो
या दिल के दरवाजे से।
अब तो बस हंसी आती है
जब कोई कहेता है
यकीन करो मैं तुम्हारा साथ
कभी नहीं छोडूंगी।
मैंने जो वक्त तुम्हारे साथ बिताया है
वो वक्त किसी दूसरे के पास जाकर
तुम्हें चैन से जीने नहीं देगा।
Bharosa Rishte Dhoka Shayari
काश याद नाम का
शब्द डिक्शनरी में
होता ही नहीं।
जिन की हम कदर करते हैं
वो हमें समय नहीं देते
और जिन्हें हम पूरा समय दे देते हैं
वो हमारी कदर नहीं करते।
जब दुख सहने की
आदत सी पड़ जाती है
तब आंखों से आंसू नहीं आते।
बीत गया दिन और शुरू हो गई रात
अब तो बस सिर्फ मेरे पास
तेरा धोखा और तेरी यादें है।
अपने पर बिती हो
तभी ये शब्द समझ जाते हैं
वरना पढ़ने वालों को तो सिर्फ
शायरी ही दिखाई देती है।
तुम्हारा कोई दोष नहीं है
मेरा दिल टूटने में तो मेरा ही कसूर है
मैं ही शायद कांच का दिल लेकर
पैदा हुआ हूं।
जिनके जाने से मेरी जान
निकल जाती है मैंने तो उनको भी
धोखा देकर जाते हुए देखा है।
कभी कहीं किसी
अनजाने से भी प्यार हो जाता है
तो कभी कोई प्यार करके भी
अनजाने बन जाते हैं।
नशा शराब का हो
या प्यार का एक दिन
उतरता जरूर है।
Dhokebaaz Dost Shayari
तुम्हारे प्यार के धोखे के बाद
कितने रंगीन हो गए हैं हम
मेरी आंखें लाल हो गई हैं
और तेरे हाथ पीले हो गए हैं।
धोखे में हम टूट के बिखर गए
और आवाज तक नहीं हुई।
ना जाने किस अदाओं के
हम शिकार हो गए
जितना दिल साफ रखा
उतने ही गुनेहगार हो गए।
कितना मुश्किल है
उस इंसान को Good By कहेना
जिसके साथ जिंदगी बिताने के
Promise किए थे।
रहने दो…..
तुम मुझे समझ नहीं पाओगी
और मैं तुम्हें समझा नहीं पाऊंगा।
इंसान तो हम भी बहुत मजबूत है
लेकिन किसी के धोखे ने
हमें तोड़ दिया।
याद रखना जब तुम्हारी आंखों में
आंसू आएंगे तो सबसे पहले
तुम्हें हम ही याद आएंगे।
थक जाते हैं अब तो
कभी जिंदगी से
कभी लोगों से।
प्यार की हद होती है साहब
लेकिन नफरत की
कोई हद नहीं होती।
Bharosa Dhokha Shayari
हमारी जो आखरी मुलाकात थी
वही मेरी जिंदगी की
आखिरी खुशी थी।
अब मुझे ये समझ आ गया है
कि तुम मुझे कभी नहीं समझोगे।
मेरी बर्बादी में
एक ही इंसान का हाथ है लेकिन
लोग कहते हैं कि किस्मत की बात है।
बर्दाश्त करने वालों को ही
पता होता है की
तकलीफ क्या होती है।
मैं बदल नहीं गया हूं
बस तुम्हारे धोखे के बाद
सब कुछ समझ गया हूं।
जिंदगी में एक बात
हमेशा याद रखना
अकेले रहे लेना लेकिन
किसी के सहारे मत रहेना।
किसी गुनाह के बिना
सजा मिली है साहब
तो तकलीफ तो होगी ही ना
अब मेरे रोने की हदे
खत्म हो चुकी है इसलिए अब
हंसता चेहरा रखना सीख लिया है
बहोत शौक था हमें
लोगों को खुश रखने का
होश तब आया जब हमें जरूरत थी
और किसी ने साथ नहीं दिया